PPT kya hai, PPT Full Form: फायदे, उपयोग तथा निर्माण कैसे करे?

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PPT क्या है: PPT Full form, PPT का फुल फाॅर्म क्या है, इसका उपयोग, Features, फायदे, इतिहास, PPT का निर्माण कैसे करे?

हेलो दोस्तों, आज के इस पोस्ट में हम आपको जानकारी देंगे कि,  PPT kya hota hai, PPT का फुल फाॅर्म क्या होता है? (PPT full form in Hindi) तथा इससे संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी. तो चलिए शुरु करते है…

PPT क्या है

दोस्तों, जैसा कि आप जानते है कि PPT को Powerpoint Presentation कहते हैं. यह माइक्रोसाॅफ्ट का एक फाइल एक्सटेंशन है जो प्रजेंटेशन बनाने या स्लाइड बनाने के काम आता है। यह माइक्रोसाॅफ्ट आफिस  सूट (एप्लिकेशन्स) के अंतर्गत आता है।

एजुकेशन, आर्गेनाइजेशन, बिजनेस मे मैटर को प्रजेंट करने या समझाने के लिए इसे काफी प्रयोग किया जाता है जहां छात्र या डिपार्टमेंट के सदस्य को उसे समझने मे आसानी होती है।

इसके अतरिक्त बिजनेस के ग्रोथ को समझाने तथा कौन कौन सी उपलब्धिया प्राप्त की गयी, किस वजह से उसमे गिरावट हुई. इसके लिए कंपनियां अक्सर इसे प्रजेंटेशन के माध्यम से सदस्यो के साथ डिस्कशन करती रहती है।

जिसे प्रजेंटेशन से आसानी से समझा जा सकता है क्योंकि ये काफी इंटरेक्टिव होता है तथा समझने के लिए आवश्यक चित्र, ग्राफ, साउंड को आसानी से शामिल किया जा सकता है।

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दोस्तों PPT (पीपीटी) का फुल फॉर्म Powerpoint Presentation होता है जिसमें P का अर्थ Powerpoint और PT का अर्थ Presentation होता है। इसे (ppt) हिंदी में हम पॉवर प्वाइंट प्रदर्शन अर्थात प्रस्तुतीकरण भी कह सकते हैं।

PPT full form in English: Powerpoint Presentation

PPT full form in Hindi: पाॅवर प्वाइंट प्रदर्शन

अब आप यह कहेंगे कि Powerpoint Presentation kya hai? और इसके और क्या-क्या उपयोग है। तो आइए अब आपको इसके बारे में कुछ महत्त्वपूर्ण जानकरियां दे देते हैं।

PPT का क्या उपयोग है

दोस्तों powerpoint presentation का उपयोग लगभग उन सभी स्थानों अथवा कार्यों के लिए किया जाता है जहां कि लोगों को कुछ समझाना होता है

इसके (ppt के) माध्यम से schools, Colleges, companies, आदि जगहों पर presentation किए जाते हैं। ताकि सामने वाले व्यक्ति को कोई भी बात आसानी से समझ में आ सके।

Powerpoint Presentation से सभी प्रेजेंटेशन इसलिए भी दिए जाते हैं क्योंकि इसमें आप images, text, sound, आदि के माध्यम से सामने बैठे हुए व्यक्ति को अपनी बात आसानी से समझा सकते हैं।

PPT Features: PPT को उपयोग करने के फायदे

दोस्तों अब हम इस paragraph में आपको बताएंगे की powerpoint presentation को उपयोग करने के फायदे क्या हैं?

  •  Powerpoint का एक converged यूजर इंटरफेस है।
  • PPT में फाइलों के करेप्टेड होने की संभावना कम होती है।
  • Powerpoint presentation की मदद से यूजर आसान और कठिन प्रस्तुतियों की जानकारी को आसानी से बता सकता हैं।
  • Powerpoint presentation को आप daily purpose, Educational Purpose, Commercial Purposes, आदि के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • Microsoft के अधिग्रहण वाली windows के अलावा ppt अन्य प्लेटफार्मों; जैसे कि Apple, Android, iOS और Web access के लिए भी उपलब्ध है।

PPT का इतिहास

दोस्तो आइए एक नजर डालते हैं इसके इतिहास पर कि किसने इसे बनाया तथा इसकी शुरुआत कैसे हुई।

  • Powerpoint को सबसे पहले Forethought, Inc. नाम की एक कंपनी द्वारा बनाया गया था। जोकि Robert Gaskins और Dennis Austin द्वारा बनाया गया था।
  • Powerpoint Presentation को 20 अप्रैल 1987 को लॉन्च किया गया था।
  • अपने पहले संस्करण में PPT केवल Mac कंप्यूटर के लिए ही जारी किया गया था।
  • लेकिन लगभग 03 microsoft नामक कम्पनी ने इसका अधिग्रहण कर लिया। यह अधिग्रहण लगभग 14 मिलियन डॉलर में संपन्न हुआ था।
  • Powerpoint Presentation का अधिग्रहण Microsoft का पहला सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण अधिग्रहण था।
  • जब microsoft windows बाजार में नहीं आई थी तो microsoft का powerpoint presentation के फील्ड मे हिस्सेदारी बहुत कम थी।
  • लेकिन माइक्रोसाॅफ्ट के windows तथा इसके आफिस की वृद्धि के साथ साथ PPT के क्षेत्र मे हिस्सेदारी भी बढ़ने लगी।

PPT के अन्य फुल फॉर्म

PPT के फुल फाॅम को तो आपने जान लिया लेकिन इसके अतिरिक्त इसके कुछ और फुल फाॅम है जिसे हम नीचे लिस्ट कर रहे हैं

तो आइए जानते हैं।

  • Project Progress Tracking
  • Plunge Protection Team
  • Putnam Premier Income Trust
  • Printing and Packaging Technologies, Inc.
  • Planning and Placement Team
  • People Process Technology
  • Processing Program Table
  • Probabilistic Polynomial Time
  • Program Performance Test
  • Production Prove-out Test
  • Program Planning Team
  • Pulsed Plasma Thruster

दोस्तों अब हम बात करेंगे, की PPT का फुल फॉर्म अलग अलग क्षेत्र में क्या है और हम इसके बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी देंगे।

PPT full form in Education

PPT का फुल फाॅर्म तो शिक्षा के कई क्षेत्र मे है जिसे हम क्रम से फुल फार्म के साथ थोड़ी जानकारी को भी समझते हैं जानते हैं कि हर क्षेत्र मे इनका क्या रोल है

स्कूल, काॅलेज और हमारे एजुकेशन के क्षेत्र में PPT के फुल फॉर्म

PPT full form in Chemistry, Biology and Medical

आइए अब जानते हैं कि chemistry अर्थात रसायन विज्ञान में ppt ka full form kya hota hai?

  • Part Per Trillion यह किसी सब्सटेन्स को हवा, जल या मिट्टी मे मापने की इकाई है. यदि किसी कंटेनर जिसमे कि सब्सटेंस और हवा का मिश्रण है उसमे दोनो की मात्रा को इससे मापा जाता है। One Part Per Trillion एक भाग सब्सटेंस और एक ट्रिलियन भाग हवा, जल या मिट्टी की मात्रा को बतलाता है।
  • Parts Per Thousand – इसके आधार पर ही पानी का खारापान अर्थात सैलिनिटी को मापा जाता है। यह सैलिनिटी का साधारण यूनिट है।
  • Precipitate प्रेसिपिटेट होना या अवक्षेपण रासायनिक अभिक्रिया का एक प्रक्रम है जिसमे साॅलिड पार्टिकल लिक्विड से अलग होकर अवक्षेप बना लेता है।

PPT full form in Business and Economics

Business और Economics के क्षेत्र में PPT का फुल फॉर्म

  • Plunge Protection Team – “प्लंज प्रोटेक्शन टीम वित्तीय बाजार पर कार्य करने वाले कार्यसमूह को वाॅल स्ट्रीट जर्नल द्वारा बोलचाल की भाषा मे दिया गया नाम है। यूएस प्रेसिडेंट को फाइनेंशियल और इकोनाॅमिकल सुझाव देने के लिए 1988 मे इसकी शुरुआत की गयी थी।
  • इसका मुख्य उद्देश्य इकोनाॅमिक और शेयर मार्केट की उथल-पुथल के समय यूएस राष्ट्रपति को सुझाव देना है।
  • यह टीम उच्च पदस्थ सरकारी वित्तीय अधिकारियों से बने होते हैं।
  • Powerpoint Presentation

PPT का निर्माण कैसे करें?

दोस्तों अब हम जानेंगे कि आप पीपीटी किस प्रकार से बना सकते हैं?

• सबसे पहले आपको अपने कम्प्यूटर में Microsoft Powerpoint एप्लीकेशन को ओपन करना होगा।

• एक बार एप्लीकेशन खुल जाने के बाद ऊपर दिए गए टैब्स मे से “File” टैब पर क्लिक करे इसके बाद “New” पर क्लिक करें।

• “New” पर क्लिक करते ही आपके सामने स्क्रीन पर उपलब्ध टेम्प्लेट्स और थिम्स आ जाएंगे। जिसका इस्तेमाल करके पाॅवरप्वाइंट प्रजेंटेशन को बनाया जाता है। सबसे पहले तो “Blank Template” नाम से टेम्प्लेट होगा। इसके बाद “Sample Templates” और “Themes” भी देखने को मिलेंगे।

• Available Templates and Themes के नीचे कई टेम्प्लेट और थीम को सेलेक्ट करने का आप्शन आ जाएगा। इसमे से किसी एक टेम्प्लेट को सेलेक्ट करना होगा। यदि आप चाहे तो “Blank Presentation” पर क्लिक कर सकते हैं।

• “Blank Presentaton” को सेलेक्ट करने के बाद दाए साइड मे इसे क्रिएट करने का आप्शन आएगा अतः “Create” पर क्लिक करें।

• अब पाॅवरप्वाइंट ओपन हो चुका है. इसमे बाए साइड मे आपको स्लाइड्स देखने को मिलेगा जबकि सेंटर मे एक्टिव स्लाइड (यानि जिस पर टेक्स्ट टाइपिंग का काम चल रहा है) होता है।

• यहां आप नया प्रजेंटेशन ओपन कर रहे हैं अतः यहां आपको केवल एक स्लाइड ही देखने को मिलेगा। इस स्लाइड मे दो आप्शन होते हैं “Click to add title” और “Click to add subtitle”. इन दोनो ही मे क्लिक करके टाइप कर सकते हैं।

• आप जिस पर प्रजेंटेशन देने जा रहे हैं उसके टाइटल को पहले आप्शन “Click to add title” मे तथा सब्टाइटल को दूसरे आप्शन “Click to add subtitle” मे लिखेंगे.

यहां तक आपने बेसिक जानकारी को समझ लिया कि कैसे एक प्रजेंटेशन को ओपन करते हैं. अब हम इसके टाॅप मेन्यु बार के बारे मे जानते हैं और समझते हैं कि प्रजेंटेशन को तैयार करने मे इनका क्या रोल है।

पाॅवरप्वाइंट Menu Bar
पावर पॉइंट का मेन्यू बार स्क्रीन के सबसे टॉप में होता है। इस मेनू बार में मल्टीप्ल ऑप्शन होते हैं जिनका इस्तेमाल पावर पॉइंट को डिज़ाइन करने और लेआउट को और बेहतर बनाने में किया जाता है।

अब बात करते है एक मेनू ऑप्शन की और उनका कहाँ इस्तेमाल किया जाता है। नीचे कुछ मेन्यू बार के आप्शन्स के नाम दिए जा रहै हैं जिनका इस्तेमाल पीपीटी मे होता हैं।

Home, Insert, Design, Transitions, Animations, Slide Show, Review, View 

Insert Menu – ऐसे सब-मेन्यू होते हैं जिसका इस्तेमाल करके स्लाइड मे एलिमेंट्स को ऐड किया जाता है। इंसर्ट मेन्यू मे कई सबमेन्यू हैं जो नीचे दिए किए गए हैं।

New Slide – नई स्लाइड का उपयोग करके आप अपने पहली स्लाइड के बाद एक और स्लाइड ऐड कर सकते हैं। आपको जितनी भी स्लाइड्स बनानी हो उतनी बार इस “New Slide” का उपयोग करें।

इसका इस्तेमाल करके आप नई स्लाइड को ए़ड कर सकते हैं। जब भी नई स्लाइड की जरूरत हो तो “New Slide” का उपयोग करे.

Powerpoint presentation in hindi
Table – स्लाइड मे टेबल इंसर्ट करने के लिए टेबल सबमेन्यू पर क्लिक करें. जितने रो और काॅलम की टेबल चाहिए उतनी रो और काॅलम को सेलेक्ट करें. सेलेक्ट करते ही स्क्रीन पर वैसा टेबल दिखने लगेगा। अगर स्योर है तो सेलेक्ट करे.

Pictures – पिक्चर का उपयोग करके अपने सिस्टम (कम्प्यूटर या लैपटाॅप) मे पहले से मौजूद किसी पिक्चर को स्लाइड मे इंसर्ट करते हैं।

Online Pictures – पिक्चर को आनलाइन सर्च करके डालने के लिए दिया होता है। आप चाहे तो इसे अपने लैपटाॅप मे डाउनलोड करके रख ले और वही से स्लाइड मे डाल लें।

Clip Art – क्लिप आर्ट का इस्तेमाल करके अपनी स्लाइड मे इलस्ट्रेशन, फोटोग्राफ आडियो, वीडियो डाल सकते हैं। क्लिप आर्ट पर क्लिक करते ही इसका विंडो खुल जाएगा जिसमे ऐच्छिक इलस्ट्रेशन या अन्य को सर्च करे. सर्च करते ही यह इंसर्ट करने के लिए उपलब्ध हो जाएगा।

Screenshot – यदि आपने किसी स्क्रीनशाॅट को अपने सिस्टम मे रखा हुआ है तो इसकी मदद से स्लाइड मे एड कर सकते हैं।

Photo Album – फोटो एल्बम की मदद से आप अपने स्लाइड में फोटोज की एक एल्बम डाल सकते हैं। फोटो एल्बम ऑप्शन पर क्लिक करते ही एक विंडो खुल जाएगा जहाँ से आप अपने कम्प्यूटर से मल्टीपल फोटोज को सेलेक्ट करके एल्बम बना सकते हैं।

Shapes – इस सबमेन्यू की मदद से रेक्टेंगल, स्क्वायर, फ्लोचार्ट, लाइन, इक्वेशन तथा कई अन्य शेप्स को अपने स्लाइड मे इसर्ट कर सकते हैं।

Smart Art – स्मार्ट आर्ट पर क्लिक करते ही इसका एक विंडो बाॅक्स ओपन हो जाएगा. इसका इस्तेमाल हम तब करते हैं जब हमे किसी process, cycle या hierarchy को दिखाना होता है

Chart – जब किसी डाटा को स्लाइड मे दिखाना होता है तो चार्ट का इस्तेमाल करते हैं. इसकी मदद से पाई चार्ट, बार, काॅलम को इंसर्ट कर सकते हैं। इससे हम लार्ज अमाउंड आप डाटा को अच्छी तरह से दिखा सकते हैं।

Powerpoint presentation in hindi Powerpoint presentation in hindi

Hyperlink – हाइपरलिंक पर क्लिक करते ही यूजर एक स्लाइड से दूसरे स्लाइड पर मूव हो जाता है। यह काफी बढ़िया फीचर है जो प्रजेंटेशन को काफी आकर्षक बनाता हैं। हाइपरलिंक को किसी टेक्सट, शेप या इमेज पर बनाया जा सकता है।

Text Box – जब स्लाइड मे कंटेंट एड करना हो तो टेक्स्ट बाॅक्स का उपयोग करते हैं।

Header & Footer – इसका आप्शन का यूज तब किया जाता है जब हर स्लाइड के हेडर या फुटर मे स्लाइड नंबर, डेट या कोई स्पेसिफिक डेटा दिखाना हों. एक बार अप्लाई करने के बाद यह हर स्लाइड मे शो होने लगता है

Word Art – यदि आप किसी टेक्स्ट या हेडिंग को थोड़ा अच्छा या अलग दिखाना चाहते हैं तो वर्ड आर्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Date & Time – इस आप्शन या सब मेन्यू का इस्तेमाल मौजूदा डाक्यूमेंट मे डेट और टाइम को दिखाने के लिए किया जाता है। इस पर क्लिक करते ही एक नया विंडो ओपन हो जाता है जिसमे दिए गए फाॅर्मेट मे से किसी एक को सेलेक्ट करके और लैंग्वेज को भी सेलेक्ट करके ओके बटन प्रेस कर देना है। अब आपके स्लाइड मे डेट और टाइम दिखने लगेगा।

Conclusion: हमने जाना

आज के लेख में हमने PPT kya hai, PPT full form और इससे संबंधित जानकारी जैसे इसे कैसे उपयोग मे लाते हैं, को जाना। इसके अलावा PPT का इतिहास और इसको किस प्रकार बनाया जा सकता है इसे भी कवर किया है।

हम उम्मीद करते है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि पसंद आई हो तो कृपया इसे जरुर शेयर करें. आपके एक शेयर से हमे मोटिवेशन मिलता है।

धन्यवाद!

FAQs- Power Point Presentation (PPT)

Q1. PPT क्या होता है तथा इसका मतलब क्या होता है?

Ans. PPT का पूरा नाम पाॅवरप्वाइंट प्रसेंटेशन होता है. इसका फाइल एक्सटेंशन .ppt है. जब पीपीटी की बात करते हैं तो यह माइक्रोसाॅफ्ट के द्वारा बनाया गया एप्लीकेशन है जिसमे टेक्स्ट, पिक्चर्स, शेप्स,, आडियो, वीडियो को संकलन करके ऐसा स्ट्रक्चर बनाते है जिस स्लाइड की मदद से सामने वाले को अपनी बात को आसानी से समझाया जा सकता है।
इसका प्रयोग शिक्षा, बिजनेस मे काफी होता हैं।

Q1. PPT का डिफाल्ट फाइल एक्सटेंशन क्या है?

Ans. पीपीटी का डिफाल्ट फाइल एक्सटेंशन .ppt 

Q3. पीपीटी के दोनों एक्सटेंशन ,ppt और .pptx मे क्या अंतर है?

Ans. दोनो माइक्रोसाॅफ्ट पाॅवरप्वाइंट प्रजेेटेशन के एक्सटेंशन है. .ppt पुराना वर्जन है जबकि .pptx नया वर्जन है और इसमे लैटेस्ट फीचर्स है। प्रजेंटेशन को .pptx मे सेव करना ज्यादा अच्छा होता है क्योंकि यह दूसरे प्रजेंटेशन प्रोग्राम मे भी आसानी से खुल जाता है।

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