Android Operating System क्या है? इतिहास और महत्वपूर्ण जानकारी

Android Operating System

Android एक ओपन सोर्स आपरेटिंग सिस्टम है जिसे स्मार्टफोन, टेबलेट और स्मार्टवाचेस मे इस्तेमाल किया जाता है।
एंड्राएड को सबसे पहले 2008 मे रिलिज किया गया था। इसे गूगल ने स्मार्टफोन को आपरेट करने के लिए विकसित किया था। इसके बाद यह

सबसे अधिक पापुलर मोबाइल आपरेटिंग सिस्टम साफ्टवेयर बन गया।यदि इसके एक्टिव यूजर की बात करें तो 2021 तक पूरे विश्व मे लगभग 2.5 बिलियन डिवाइसेस मे इस आपरेटिंग सिस्टम का यूज किया गया और अब इसके एक्टिव मेंमर और भी बढ़ गए हैं।

सबसे बड़ी विशेषता है कि यह एक ओपन सोर्स ओएस है इसका मतलब यह है कि कोइ भी इसके सोर्स कोड को मोडिफाई कर सकता है और अपने अनुसार उसमे बदलाब कर सकता है। जैसे कि यूनिक्स आपरेटिंग सिस्टम मे कर सकते हैं।

इस वजह से डेवलपर आसानी से आधिकारिक एंड्राइड साफ्टवेयर डेवलपमेंट किट से एंड्राएड ऐप बना सकते हैं जिसे कोई भी एंड्राएड डेवलपर वेबसाइट से डाउनलोड कर सकता है।

एंड्राएड लाइनक्स कर्नल पर आधारित है इसलिए इसे यूजर की आवश्यकता के अनुसार इसे कस्टमाइज किया जा सकता है।
यह कई तरह के हार्डवेयर कांफिगरेशन को सपोर्ट करता है जो कि कम बजट से लेकर हाई बजट के स्मार्टफोन मे इस्तेमाल किया जाता है।

इसके अतिरिक्त इसे अलग-अलग लांचर, थीम्स और आइकन के साथ भी कस्टमाइज किया जा सकता है जो यूजर एक्सपीरियंस को बढ़ा देते हैं।
एंड्राएड पर चलने वाले ऐप की कमी भी नही है जो गुगल प्ले पर फ्री मे अपलब्ध रहते हैं। ये एप सोशल मीडिया से लेकर गेमिंग, एंटरमेंट, और हेल्थ तक विविध क्षेत्र तक हो सकते हैं।

एंड्राएड पर गूगल मैप, जीमेल, गूगल ड्राइव, गूगल असिस्टेंट जैसी सेवाएं भी उपलब्ध होती है। इसके जरिए यूजर अलग-अलग डिवाइस मे इन सभी फीचर्स को एक्सेस कर सकता है, बस जरूरत होती एक इमेल आईडी की जिससे अकाउंट लिंक होता है।

समय समय पर एंड्राएड अपने यूजर एक्सपीरियंस को अच्छा करने और आपरेटिंग सिस्टम की सेफ्टी के लिए अपडेट लाता रहता है।
एंड्राएड के लिए एक बड़ा चैलेंज इसके फ्रैग्मेंटेशन को लेकर है क्योंकि इसके ओपन सोर्स होने के कारण स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां अपनी जरूरत के हिसाब से इसमे बदलाव कर सकती हैं। जिसके कारण अलग-अलग डिवाइस मे अलग-अलग एंड्राएड वर्जन के साथ फ्रैग्मेंटेड इकोसिस्टम बढ़ सकता है।

इस कारण ऐप डेवलपर के लिए एक बड़ा चैलेंज होता है कि ऐप को ऐसा बनाए ताकि लगभग अधिकतर डिवाइसेज मे बिना किसी दिक्कत के सपोर्ट करे।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि एंड्राएड ओएस की पहुंच बहुत बड़े यूजर तक है और इसने मोबाइल आपरेटिंग सिस्टम इंडस्ट्री मे क्रांति ला दिया है।

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