Generation of Computer in HIndi | कम्प्यूटर की पीढ़ियां को जानें

Generation of Computer in Hindi

Generation of Computer in Hindi: आज का समय कम्प्यूटर का है हर एक क्षेत्र मे इसका इस्तेमाल होने लगा है। आज की युवा पीढ़ी जो कम्प्यूटर का इस्तेमाल करती है उन्हे इनके जेनरेशन का पता होना चाहिए कि कैसे हजारों वर्षों के सफर के बाद आधुनिक कम्प्यूटर का विकास हुआ।

अगर कम्प्यूटर के शुरुआत की बात की जाए तो इसे बनाने की आधारशिला हजारों वर्षों पहले ही हो गई थी जब अबेकस का आविष्कार किया गया। पहले इनका इस्तेमाल गणना करने के लिए होता था लेकिन समय के साथ इनका उपयोग धीरे-धीरे हर क्षेत्र मे बढ़ता गया।

हर साल वैज्ञानिक कंम्प्यूटर की कमियों को दूर करके उससे बेटर करने की सोचते रहते हैं और हो भी क्यों नही कहते हैं ना आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है।

Generation of Computer in Hindi (कम्प्यूटर की पीढ़ियां)

कम्प्यूटर के विकास के लिए इसकी पीढ़ियां जिम्मेदार है जो हर पीढ़ी मे आवश्यकतानुसार कुछ सुधार (इम्प्रूवमेंट) करने की वैज्ञानिकों की कोशिश का नतीजा है. मानव ने कम्प्यूटर की वह पीढ़ियां भी देखी हैं जब यह काफी बड़े साइज के होते थे और इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक नही ले जाया जा सकता था और

आज के समय धीरें-धीरे इनकी जगह छोटे कम्पूटरों ने ले लिया जो पहले के मुताबिक काफी तेज होते हैं। पहले से अच्छा और बेहतर बनाने मे वैज्ञानिकों ने काफी परिश्रम किया। इसी परिश्रम का नतीजा था एनिएक कम्प्यूटर जो विश्व का सबसे पहला इलेक्ट्रानिक कम्प्यूटर था जो आधुनिक कम्प्यूटर के विकास का आधार था।

कम्प्यूटर के विकास को समझने के लिए इसे पाँच भागो मे विभाजित किया गया। आज के कम्प्यूटर का विकास करने तक निम्नलिखित पीढ़ियां रही –

  1. First Generation
  2. Second Generation
  3. Third Generation
  4. Fourth Generation
  5. Fifth Generation

चलिए इनकी हर एक पीढ़ी को विस्तार से देखते हैं और समझते हैं कि इसमें क्या विशेषता थी और क्या कमी जो हर बार नयी पीढ़ी के कम्प्यूटर बनाने की आवश्यकता हमसूस हुई।

First Generation of Computer (प्रथम पीढ़ी के कम्पूटर)

प्रथम पीढी के कम्प्यूटर मे नर्वात ट्यूब (Vacuum Tube) का प्रयोग किया गया था। ये आकार मे बहुत बड़े और बहुत भारी होते थे। कभी-कभी तो इनका साइज एक पूरे कमरे के बराबर होता था।

ये सारे information को 0 और 1 के form मे store करते थे तथा इसमे machine language का इस्तेमाल किया गया था।

डाटा को accept करने के लिए Punch Card और Paper Tape का use किया गया था तथा Vacuum Tube गर्म होने मे काफी समय लगता था और एक बार गर्म होने पर बहुत ज्यादा उष्मा निकलता था। जिसके वजह से बड़ी Cooling System लगानी पड़ती थी।

काफी बड़ी साइज, अत्यधिक Energy Consumption तथा हमेशा maintenance के कारण ही वैजानिको को दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर को आविष्कार करने की जरूरत महसूस हुई।

इसके उदाहरण है:

  • ENIAC
  • EDSAC (Electronic Delay Storage Automatic Calculator)
  • UNIVAC (Universal Automatic Computer)
  • IRM-701
  • IBM-650

Second Generation of Computer (दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर): 

इस पीढ़ी मे निर्वात ट्यूब का स्ठान हल्के छोटे Computer ने ले लिया जो Size मे छोटे होते थे। जिससे कम्प्यूटर साइज पहले के मुकाबले कम हो गयी। इसमे Binary Machine Language की जगह कुछ आसान Symbolic Assembly Language का use किया गया

लेकिन data accept करने के लिए अभी भी Punch Card का ही use हो रहा था जबकि Magnetic Core को memory के रूप मे इस्तेमाल किया गया।

ट्रांजिस्टर के छोटे साइज और बेहतर (As compare to vacuum tube) होने के कारण कम्प्यूटर छोटा, कम खर्चीला तथा तेज हो गयी। लेकिन अभी भी heat की समस्या बनी हुयी थी फिर क्या था दोस्तो वैज्ञानिको ने फिर से खोज जारी रखा।

इसके उदाहरण है:

  • IBM 7094
  • UNIVAC 1108
  • Honeywell 400
  • CDC 3600

Third Generation of Computer (तीसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर): 

इसमे पहली बार Integrated Circuit का इस्तेमाल किया गया। Transistor को छोटा करके उसे Integrated Circuit (IC Chip) मे डाला गया। इससे कम्प्यूटर की क्षमता काफी बढ गयी।

Data enter करने के लिए Punch Card की जगह mouse और  keyboard का तथा Printout की जगह Monitor का इस्तेमाल हुआ।

इसके उदाहरण है:

  • IBM System/360
  • BM 370
  • PDP-11
  • UNIVAC 1108
  • Honeywell-6000
  • DEC series

Fourth Generation of Computer (चौथी पीढ़ी के कम्प्यूटर):

Microprocessor का इस्तेमाल होने लगा जिसमे हजारों  integrated circuits को एक silicon chip पर लगाया गया जिससे कम्प्यूटर काफी छोटा हो गया। कम्प्यूटर की  पहले की पीढ़ीयों के मुकाबले काफी तेज हो गयी।

Operation System तथा C-language का विकास हुआ।

उदाहरण:

  • PD-1
  • PD-5
  • PD-8
  • ICL 2903
  • ICL 1900
  • UNIVAC 1108

Fifth Generation of Computer (पाचवी पीढ़ी के कम्प्यूटर):

इसका सबसे बड़ा advantage है कि artificial intelligence का use होने लगा है इससे computer मे खुद निर्णय लेने की क्षमती आ जाएगी तथा कृत्रिम बद्धिमत्ता का उपयोग करके स्वयं समस्या का समाधान कर सकते है।

अब तक के पीढ़ियों मे सबसे छोटे, सबसे तेज कंप्यूटर इस पीढ़ी के अंतर्गत आते हैं।

Advanced Technology जैसे Parallel Processing, Speech Recognition, Quantum Calculation इसी के नतीजे है।

उदाहरण:

  • Desktop
  • Laptop
  • Notebook
  • Chromebook

आज के आर्टिकल मे हमने जाना कि कम्प्यूटर की पीढ़ियां Generation of Computer in Hindi क्या है। आशा करते हैं आपको इस लेख मे कम्प्यूटर की पीढ़ियों के बारें मे विस्तार से जान लिया होगा।

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FAQ: कंप्यूटर जेनेरेशन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

Q.1 विश्व का पहला कंप्यूटर कौन सा था?

Ans. Electronic Numerical Intregrator and Computer (ENIAC) विश्व का पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर था.

Q2. कंप्यूटर के कितने जेनेरेशन है?

Ans. अभी तक कंप्यूटर के कुल 5 जेनेरेशन आ चुके हैं। सबसे लैटेस्ट 5th जेनेरेशन है जो कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेेस पर बेस्ड है।

Q3. Artificial Intelligence क्या है

Ans. Artificial Intelligence का मतलब है कृत्रिम बुद्धिमत्ता. इसके तहत कंप्यूटरों को इस तरह से डिजाएन किया जाता है कि वे खुद फैसले ले सके और उन्हे आपरेट करने के लिए मनुष्य की आवश्यकता ना पड़े।
इस तरह के कंप्यूटर प्राब्लम्स को खुद साल्व करने की योग्यता रखते हैं।

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